I'm Raj kumar and I love to read StoryMirror contents.
घर छोड़, सड़कों पर आये हैं तो न्याय लेकर जायेंगे। घर छोड़, सड़कों पर आये हैं तो न्याय लेकर जायेंगे।
रूप शब्द का सार्थक बदल एक की जाति पूछता दूजा गोत्र बखानता। रूप शब्द का सार्थक बदल एक की जाति पूछता दूजा गोत्र बखानता।
क्यों भाग रहा इस दौलत के वास्ते तू। मरने पर यह साथ तेरे जाती नहीं है क्यों भाग रहा इस दौलत के वास्ते तू। मरने पर यह साथ तेरे जाती नहीं है
जिंदगी मिली है तो संबंध और बिछोह भी मिलेगा। कहीं अंतर्मन से प्यार तो दिखावा जिंदगी मिली है तो संबंध और बिछोह भी मिलेगा। कहीं अंतर्मन से प्यार तो दिखावा
हम पढेंगें तो, नेताओं की नेतागिरी कैसे चलेगी। हम पढेंगें तो, नेताओं की नेतागिरी कैसे चलेगी।
हे ! युवक , भूल मत अपनी शक्ति तेरे अंदर भूकंप की भयंकरता है। हे ! युवक , भूल मत अपनी शक्ति तेरे अंदर भूकंप की भयंकरता है।