इंजिनियरिंग ग्रेजुएट हूँ| कहानियाँ, कविता लिखने और पढ़ने का शौक है|
सैैैनिक हूँ... सैनिक हूूँ रक्षा करता, कभी नहीं डरता! सैैैनिक हूँ... सैनिक हूूँ रक्षा करता, कभी नहीं डरता!
वो लम्हे जिंदगी के जो बीते थे तेरी पनाहों में । वो लम्हे जिंदगी के जो बीते थे तेरी पनाहों में ।
आनंद का फूल इसमें खिलाऊं कैसे छलनी हुए रिश्तों को निभाऊं कैसे। आनंद का फूल इसमें खिलाऊं कैसे छलनी हुए रिश्तों को निभाऊं कैसे।
अनचाहा बहुत कुछ मिले वही तो जिंदगी है। अनचाहा बहुत कुछ मिले वही तो जिंदगी है।
खोया, खोया बस! खोया सा रहता है मन। खोया, खोया बस! खोया सा रहता है मन।
अंतरात्मा को समय समय पर खंगालते रहिये ईष्या के जालों को मन से झाड़ते रहिये। अंतरात्मा को समय समय पर खंगालते रहिये ईष्या के जालों को मन से झाड़ते रहिये।
आंखों में समाई हुई राहें आंखों के सामने दिखती हुई राहें! आंखों में समाई हुई राहें आंखों के सामने दिखती हुई राहें!