Be the change. Never, ever give up!
हम उस रोज भी अजनबी थे जब अपनी हाल - ए - दिल बयां किया करते थे। हम उस रोज भी अजनबी थे जब अपनी हाल - ए - दिल बयां किया करते थे।
लिखा जाए अपमान को लिखा जाए हत्यारों के नाम को लिखा जाए अपमान को लिखा जाए हत्यारों के नाम को
हमारे ही देश में हमें ही विदेशी कहे हमारे ही देश में हमें ही विदेशी कहे
और अंत में हम बस इसी सोच में डूब जाते हैं कि, क्या बात करें। और अंत में हम बस इसी सोच में डूब जाते हैं कि, क्या बात करें।
झुंड में है रहने को कहते झुंड में है रहने को कहते
तुम्हारे लिए शायद मैं बस एक खिलौने की भांति हूँ, मग़र कोई मुझे जीवन का अनुपम आरम्भ भी क तुम्हारे लिए शायद मैं बस एक खिलौने की भांति हूँ, मग़र कोई मुझे जीवन का अनुपम आ...