Loves HINDI POETRY , Writing poetry in every discipline of hindi literature
(हर पति की ओर से अपनी पत्नी के प्रति शाश्वत भावना एवं हर पत्नी की अपने पति के प्रति सारस्वत भावना क... (हर पति की ओर से अपनी पत्नी के प्रति शाश्वत भावना एवं हर पत्नी की अपने पति के प...
एक अघोरी अपनी शव-साधना के लिये चिता पर रखे शव को प्राप्त करने की प्रतीक्षा में है, अघोरी और शव के बी... एक अघोरी अपनी शव-साधना के लिये चिता पर रखे शव को प्राप्त करने की प्रतीक्षा में ह...
क्लासिक व्यंग्य/ वर्तमान भारत की तथा-कथा. आजादी के पहले और आजादी के बाद महात्मा गाँधी के योगदान को व... क्लासिक व्यंग्य/ वर्तमान भारत की तथा-कथा. आजादी के पहले और आजादी के बाद महात्मा ...
कल ; बड़े होंगे : बच्चेमाँ की उम्मीदें -- माँ के सपने कल ; बड़े होंगे : बच्चेमाँ की उम्मीदें -- माँ के सपने
हैरत होती है कि ; -----------साँप ! आखिर क्यों मौन हैं ? हैरत होती है कि ; -----------साँप ! आखिर क्यों मौन हैं ?
मातृ--दिवस पर समर्पित एक भाव-प्रवण कविता , जो आपके अंतरमन को गहरे तक झझकोर देने का माद्दा रखती है मातृ--दिवस पर समर्पित एक भाव-प्रवण कविता , जो आपके अंतरमन को गहरे तक झझकोर देने ...
वर्षा का स्वागत-- गीत अब के बरस भी ना उठ पाऐगी...... बिटिया की डोली ।कर्ज़ पाटने में गुज़रेगी ; ईद---... वर्षा का स्वागत-- गीत अब के बरस भी ना उठ पाऐगी...... बिटिया की डोली ।कर्ज़ पाटने...
वो मिला जब भी मुझे;कुछ बुझा-बुझा सा मिला।चराग याद का ;उसने बुझा लिया होगा।। वो मिला जब भी मुझे;कुछ बुझा-बुझा सा मिला।चराग याद का ;उसने बुझा लिया होगा।।
ये एक गजल है , जन और तंत्र के बीच का अंतर्द्वंद्व दिखाती . ये एक गजल है , जन और तंत्र के बीच का अंतर्द्वंद्व दिखाती .
एक भयावह अन्तर्द्वन्द्व आस्था और अनुभव के मध्य. एक भयावह अन्तर्द्वन्द्व आस्था और अनुभव के मध्य.