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तंग गलियों से गुजर जाती है खामोश हयात पर किताबों में तो कुछ और पढ़ाया है बहुत। तंग गलियों से गुजर जाती है खामोश हयात पर किताबों में तो कुछ और पढ़ाया है बहुत...
कहर है बरपा हुआ दिलों में उदासियां पसरी है घरों में/1/ कहर है बरपा हुआ दिलों में उदासियां पसरी है घरों में/1/
समंदर हूँ मैं गहरा आब चुल्लू भर नहीं हूँ मैं समंदर हूँ मैं गहरा आब चुल्लू भर नहीं हूँ मैं
अखबार में ही भुखा रोटी लपेट लाया संसद पटल में कल ये हल्ला जरुर होगा। अखबार में ही भुखा रोटी लपेट लाया संसद पटल में कल ये हल्ला जरुर होगा।
बस्तियों के बीच छत बस एक थी अब तो इक घर का कई हिस्सा हुआ बस्तियों के बीच छत बस एक थी अब तो इक घर का कई हिस्सा हुआ
तमाम रुठे हुए अपनों को मना ले तू अगर तू रिश्तों में चाहे निखार होली में। तमाम रुठे हुए अपनों को मना ले तू अगर तू रिश्तों में चाहे निखार होली में।
तमन्ना आरजू उम्मीद थे रुतबा थे बाबूजी मेरी हिम्मत मेरी ताकत मेरा जज्बा थे बाबूजी तमन्ना आरजू उम्मीद थे रुतबा थे बाबूजी मेरी हिम्मत मेरी ताकत मेरा जज्बा थे...