Hemant Rai is a Professional writer, poet, shayar and theatrer artist as well
बल्कि, “किसी के द्वारा, कुचली हुई कली को पता है। बल्कि, “किसी के द्वारा, कुचली हुई कली को पता है।
मम्मी-पापा, पापा-मम्मी, क्या ये बीमारी फैली है। कोई नहीं अब खेले है संग, मम्मी-पापा, पापा-मम्मी, क्या ये बीमारी फैली है। कोई नहीं अब खेले है संग,
और हो जाते हैं तमाम मर्द 'नामर्द' में तब्दील, अफ़सोस कि यह सत्य है। और हो जाते हैं तमाम मर्द 'नामर्द' में तब्दील, अफ़सोस कि यह सत्य है।
योनि और पुरुष योनि और पुरुष
माना कि,घर चलाने की जिम्मेदारी हूँ पर, कोई वस्तु नहीं मैं नारी हूँ। माना कि,घर चलाने की जिम्मेदारी हूँ पर, कोई वस्तु नहीं मैं नारी हूँ।
अब भी यहां रिश्ते रहते हैं, या कहीं और ही रहने लगे हैं अब भी यहां रिश्ते रहते हैं, या कहीं और ही रहने लगे हैं
योनि ही तो है! योनि ही तो है!