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क्यूंकि मैं उन आंखों का विश्वास आज भी कायम देखना चाहती थी जो जिंदगी जीना चाहती थी। क्यूंकि मैं उन आंखों का विश्वास आज भी कायम देखना चाहती थी जो जिंदगी जीना चाहती थ...
उसकी तपस्या का फल उसे ज़रुर मिलेगा रुद्रेश और वह एक दूसरे के लिए ही बने हैं। उसकी तपस्या का फल उसे ज़रुर मिलेगा रुद्रेश और वह एक दूसरे के लिए ही बने हैं।
वो आँखें बंद करके वहीं पर खड़ी रहती है, यूँ ही इंतज़ार करते हुए ! वो आँखें बंद करके वहीं पर खड़ी रहती है, यूँ ही इंतज़ार करते हुए !
अपने सिर पर सारा ठीकरा फूटते देख, माँ उसकी जन्म कुण्डली लेकर सीधे मंदिर पहुँच गयी। रीना कमरे में आकर... अपने सिर पर सारा ठीकरा फूटते देख, माँ उसकी जन्म कुण्डली लेकर सीधे मंदिर पहुँच गय...