मैं एक अध्यापिका हूं , कहानी और कविताएं लिखना मेरा शौक है , जो सपने हकीकत में पूरे नहीं होते उन्हें लेखनी की उड़ान से पूरा करने की कोशिश करती हूं ।
लगता है उसका बचपन का सपना... सपना बनकर ही रह जाएगा हकीकत में कभी तबदील नहीं होगा लगता है उसका बचपन का सपना... सपना बनकर ही रह जाएगा हकीकत में कभी तबदील नहीं होगा
क्योंकि उस भटकती हुई आत्मा को मुक्ति मिल गई थी। क्योंकि उस भटकती हुई आत्मा को मुक्ति मिल गई थी।
मां की दी गई जादू की पुड़िया ने कमाल कर दिया था। मां की दी गई जादू की पुड़िया ने कमाल कर दिया था।
सुमन जब इनकार करती तो कहता अरे राज का दोस्त समझकर ही रख लो सुमन जब इनकार करती तो कहता अरे राज का दोस्त समझकर ही रख लो