मैं एक अध्यापिका हूं , कहानी और कविताएं लिखना मेरा शौक है , जो सपने हकीकत में पूरे नहीं होते उन्हें लेखनी की उड़ान से पूरा करने की कोशिश करती हूं ।
फलक से उतरा एक चांद का टुकड़ा , चुपचाप मेरी कोख में समाया , जब सामने आकर उसने मुझे मां कहकर पुकारा , तो इन आंखों में ख़ुशी के सितारे जगमगाए , अपनी नन्हें - नन्हें हाथों से जब थामा उसने मेरा हाथ , तो ऐसा लगा रब ने सुन ली मेरी भी मुराद ।