मैं एक अध्यापिका हूं , कहानी और कविताएं लिखना मेरा शौक है , जो सपने हकीकत में पूरे नहीं होते उन्हें लेखनी की उड़ान से पूरा करने की कोशिश करती हूं ।
क्या कहूं कि ख़ुद को उतनी बार खुशनसीब समझ बैठी हूं मैं, क्या कहूं कि ख़ुद को उतनी बार खुशनसीब समझ बैठी हूं मैं,
हर उम्र की साथी तुम, जीवन में घुल जाती हो, हर उम्र की साथी तुम, जीवन में घुल जाती हो,
अब कोई नहीं बोलता रुकावट में खेद है , क्योंकि हर कोई जानता है जिंदगी एक रेस है । अब कोई नहीं बोलता रुकावट में खेद है , क्योंकि हर कोई जानता है जिंदगी एक रेस ...