I'm Mehdi and I love to read StoryMirror contents.
नादान सुन तू, तेरे चिरागों तले अंधेरा है नादान सुन तू, तेरे चिरागों तले अंधेरा है
इस परिंदे को क्यूं, घर बुलाते रहे। इस परिंदे को क्यूं, घर बुलाते रहे।
'मेहदी' से फिर ये इश्क ने। छोड़कर जाओ ना अब, सरकार रस्ते इश्क के। 'मेहदी' से फिर ये इश्क ने। छोड़कर जाओ ना अब, सरकार रस्ते इश्क के।
हो हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, बस दुश्मन कहलाए वो । हो हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, बस दुश्मन कहलाए वो ।
चलो इस क़ैद में, एक ख़्वाब सजाया जाए। चलो इस क़ैद में, एक ख़्वाब सजाया जाए।