जीवन के बारे में, अपने आस - पास के लोगों पर, घटनाओं पर लिखना पसंद है।
जब याद से बस आँखें गीली होती है एक आह सी निकलती है जब याद से बस आँखें गीली होती है एक आह सी निकलती है
मैं उसकी हर अनकही पर अंक देती गई मैं उसकी हर अनकही पर अंक देती गई
क्योंकि जीवन में हर कदम पर मिलते गए लोग रिश्ते जुड़ते गए, बन गए नए संजोग। क्योंकि जीवन में हर कदम पर मिलते गए लोग रिश्ते जुड़ते गए, बन गए नए संजोग।