जीवन के बारे में, अपने आस - पास के लोगों पर, घटनाओं पर लिखना पसंद है।
अपने मन को कब तक मार कर जिंदा रहेगी अपने मन को कब तक मार कर जिंदा रहेगी
आज उसने एक दंभी पुरुषत्व से स्त्रीत्व की रक्षा की थी। अगर पुरुषत्व का अर्थ सिर्फ अपने अ आज उसने एक दंभी पुरुषत्व से स्त्रीत्व की रक्षा की थी। अगर पुरुषत्व का अर्थ सिर्फ...
उन्होंने भी आप का साथ बेमन से देने की कोशिश की, उन्होंने भी आप का साथ बेमन से देने की कोशिश की,
उसने साबित के दिया था कि तपस्या करने के लिए मन्दिर नहीं मन की आवश्यकता होती है। उसने साबित के दिया था कि तपस्या करने के लिए मन्दिर नहीं मन की आवश्यकता होती है।
इतना फर्क क्यूँ इतना फर्क क्यूँ
यह घटना आप मानो या ना मानो, पर यह आंखों देखी है। यह घटना आप मानो या ना मानो, पर यह आंखों देखी है।
" नहीं, मुझसे और नहीं होगा , ये वीभत्स चेहरा लेकर , मैं इतने सारे अभ्यर्थियों के साथ पर " नहीं, मुझसे और नहीं होगा , ये वीभत्स चेहरा लेकर , मैं इतने सारे अभ्यर्थियों के...
चालीस पार की महिलाओं के साथ ऐसा ही होता है। बच्चे आधे बड़े हो चुके होते हैं चालीस पार की महिलाओं के साथ ऐसा ही होता है। बच्चे आधे बड़े हो चुके होते हैं
उसके प्रेम की उम्र, विवाह की उम्र निकलती जा रही थी उसके प्रेम की उम्र, विवाह की उम्र निकलती जा रही थी
शराबखाना हो या तवायफ खाना, सिर्फ सबका दिल लगाते है। पर अंत में यही कहते है, अब अपने घर जाओ। बस वसुधा... शराबखाना हो या तवायफ खाना, सिर्फ सबका दिल लगाते है। पर अंत में यही कहते है, अब अ...