मैंने लेखन के क्षेत्र में अपना कदम रखा है।
इन बच्चों को यहां से भगाओ, देखो कितने गंदे हैं, इनको देखकर खाने का मन नहीं कर रहा है। इन बच्चों को यहां से भगाओ, देखो कितने गंदे हैं, इनको देखकर खाने का मन नहीं कर रह...
ताजवर की कालसी में पोस्टिंग हो गयी और अब सेवानिवृत्त होने के दो साल रह गये थे। ताजवर की कालसी में पोस्टिंग हो गयी और अब सेवानिवृत्त होने के दो साल रह गये थे।
यह कहकर तीनों खाना खाकर बातें करते हुए बाहर टहलने निकल गये। यह कहकर तीनों खाना खाकर बातें करते हुए बाहर टहलने निकल गये।
अकेले ही शारीरिक रूप से भी रिवर्स पलायन करके कुछ दिन फिर से अपनी धरती कि गोद मे रहकर बिता अकेले ही शारीरिक रूप से भी रिवर्स पलायन करके कुछ दिन फिर से अपनी धरती कि गोद मे ...
शाम को अजय घर आया तो उसे अजीब सा लगा शाम को अजय घर आया तो उसे अजीब सा लगा
अहम और वहम अच्छे से अच्छे रिश्तों को खोखला कर देता है। अहम और वहम अच्छे से अच्छे रिश्तों को खोखला कर देता है।
गज्जू भाई जी आप कभी अपने देवी देवता पूजने भी नहीं गये। गज्जू भाई जी आप कभी अपने देवी देवता पूजने भी नहीं गये।
अब देखो मैं अमर बेल हूँ या अंगूर की बेल हूँ अब देखो मैं अमर बेल हूँ या अंगूर की बेल हूँ
वार्ड में इस पल के जितने भी गवाह थे सबकी आंखों में खुशी के आँसू निश्छल होकर बह रहे थे। वार्ड में इस पल के जितने भी गवाह थे सबकी आंखों में खुशी के आँसू निश्छल होकर बह र...
कमबख्त कम्बल ने रात भर सोने नही दिया। कमबख्त कम्बल ने रात भर सोने नही दिया।