निर्मल 'नीर' पिता.श्री मांगीलाल जैन जन्म-05-05-1969 निवास स्थान-ऋषभदेव जिला-उदयपुर (राज.) साहित्य सृजन-मुक्तक हाइकु,गद्य काव्य
सत्ता का मद वोटों की सियासत घटता कद। सत्ता का मद वोटों की सियासत घटता कद।
सूखे है ताल कर दो हरियाली भूखे हैं बाल सूखे है ताल कर दो हरियाली भूखे हैं बाल
पावन गंगा पापों को धोते-धोते हो गई मैली पावन गंगा पापों को धोते-धोते हो गई मैली
कटते वन धरती में दरारें झुलसे तन कटते वन धरती में दरारें झुलसे तन
रहे मिठास मन में नहीं आये कोई खटास। रहे मिठास मन में नहीं आये कोई खटास।
माँ वरदान~ वेद-पुराणों में माँ का गुणगान। माँ वरदान~ वेद-पुराणों में माँ का गुणगान।
व्यसन युक्त आज की युवा पीढ़ी हो नशा मुक्त... व्यसन युक्त आज की युवा पीढ़ी हो नशा मुक्त...