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पर तेरे पांव छत से लगकर जल जाते होंगे। पर तेरे पांव छत से लगकर जल जाते होंगे।
बिन पढ़े रह ना पाऊं। बिन पढ़े रह ना पाऊं।
अब हर लम्हा रुलाता है मुझे। अब हर लम्हा रुलाता है मुझे।
कि अब हिचकी भी नहीं आती। कि अब हिचकी भी नहीं आती।
बेटे से दूर होते देखा है बेटे से दूर होते देखा है
जो बांट के खाई उसे आधी भी जो बांट के खाई उसे आधी भी
चाहे और कोई भी जंग हो, भला करें मानवता का। चाहे और कोई भी जंग हो, भला करें मानवता का।
क्या नशीली आंखें थी उस रिसेप्शनिस्ट की क्या नशीली आंखें थी उस रिसेप्शनिस्ट की
वो खूबसूरत नहीं है वो खूबसूरत नहीं है
चेहरे मुझसे भी हैं चेहरे तुझसे भी हैं, पर वैसा नहीं जिसमें हम ही हम हों। चेहरे मुझसे भी हैं चेहरे तुझसे भी हैं, पर वैसा नहीं जिसमें हम ही हम हों।