I am Shrishti Gupta . May you like stories and poems written by me
आखिर राम जी को उनकी जन्म भूमि जो लौटानी थी । आखिर राम जी को उनकी जन्म भूमि जो लौटानी थी ।
पल भर में मैं हो गई बड़ी , बीत गई बचपन की घड़ी । पल भर में मैं हो गई बड़ी , बीत गई बचपन की घड़ी ।
नई पीढ़ी को वह दुनिया में लाती है, लाड़ प्यार सिर्फ काबिल बनती है। नई पीढ़ी को वह दुनिया में लाती है, लाड़ प्यार सिर्फ काबिल बनती है।
लोगों का सही कहना है उम्मीद पर तू दुनिया को कायम रहना है लोगों का सही कहना है उम्मीद पर तू दुनिया को कायम रहना है
पीछे चलने वालों को जीत नहीं मिलती है, आगे बढ़ने वालों को हार नहीं मिलती है। पीछे चलने वालों को जीत नहीं मिलती है, आगे बढ़ने वालों को हार नहीं मिलती है।