Bharti
अकारण ये विष क्यों ,तुम शिव तो नहीं , शिव होने की कल्पना ही क्यों। अकारण ये विष क्यों ,तुम शिव तो नहीं , शिव होने की कल्पना ही क्यों।
हैं कलंकित हादसों से हम सभी ये हमारी संस्कृति पर ग्रहण है अब ना इनको व्यक्तिगत समझे कोई ये ... हैं कलंकित हादसों से हम सभी ये हमारी संस्कृति पर ग्रहण है अब ना इनको व्यक्...
मेरे मन के युद्ध मुझे तेरी पूजा ना करने देंगे। मेरे मन के युद्ध मुझे तेरी पूजा ना करने देंगे।
धनुष अर्जुन ने उठाया तो पितामह ने अश्त्र ही रख दिए क्यों अर्जुन की जीत के लिए हर बार पितामह की ही... धनुष अर्जुन ने उठाया तो पितामह ने अश्त्र ही रख दिए क्यों अर्जुन की जीत के लिए ...