writer journalist बेरंग, भारतीय नागरिक
कड़ी धूप में छाँव बनकर तुम आ जाती हो। कड़ी धूप में छाँव बनकर तुम आ जाती हो।
वक़्त, सांस और जज्बातों का सफर है जिंदगी बस यही है जिंदगी। वक़्त, सांस और जज्बातों का सफर है जिंदगी बस यही है जिंदगी।
वो नाजुक से पुष्प की ही तरह एक पौधे का सौंदर्य बढ़ाने आई थी ! वो नाजुक से पुष्प की ही तरह एक पौधे का सौंदर्य बढ़ाने आई थी !
विश्व में अलग ही पहचान है, वसुधैव कुटुम्बकमं ही भारत का सार है। विश्व में अलग ही पहचान है, वसुधैव कुटुम्बकमं ही भारत का सार है।
आपके लड़कों से ज्यादा मजबूत हूँ मैं आपके लड़कों से ज्यादा मजबूत हूँ मैं