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क्या ये मेरा पागलपन हैं तुम्हारे लिए या सच्चा इश्क़ हैं तुमसे, पता नहीं। क्या ये मेरा पागलपन हैं तुम्हारे लिए या सच्चा इश्क़ हैं तुमसे, पता नहीं।
अमन की मम्मी तो अनपढ़ थी, पर उसका सपना था कि उसका बेटा बढ़ा होकर बहुत बड़ा आदमी बने अमन की मम्मी तो अनपढ़ थी, पर उसका सपना था कि उसका बेटा बढ़ा होकर बहुत बड़ा आदमी बने
दोनों की मुलाकातें शुरू हो गईं और उन्हें एक दूसरे से प्यार हो गया। दोनों की मुलाकातें शुरू हो गईं और उन्हें एक दूसरे से प्यार हो गया।
नायरा अपना अतीत भुलाकर अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ चुकी थी। नायरा अपना अतीत भुलाकर अपनी ज़िंदगी में आगे बढ़ चुकी थी।
उसने समर को उसी जगह शादी करने की सलाह दी , जहाँ उसके घरवाले चाहते थे। उसने समर को उसी जगह शादी करने की सलाह दी , जहाँ उसके घरवाले चाहते थे।