वर्षा
वर्षा
, “वर्षा....ये क्या होता जा रहा है तुम्हे दिन पर दिन ? तुम पिछले साल तो प्रथम स्थान पर आई थी | इस साल इतना खराब नम्बर कैसे आया ? ” वर्षा सहम गई ,वह रूवांसी हो गई, कुछ बोल नहीं पाई | वह आठ साल की बच्ची थी , तीसरी कक्षा में पढ़ती थी | आज वर्षा को पहली बार टीचर ने इतने गुस्से से डांटा था | वर्षा सुबक रही थी |
स्कूल की आया ने टीचर को आकर बताया, “वर्षा के मम्मी पापा का पिछले महीने तलाक हो गया है , उसके पापा उसे छोड़ने आते हैं !” “इस्स्स्स...च्च च्च च्च ,वह दौड़ कर वर्षा के पास गयी और उसे गले से लगाकर देर तक उसकी पीठ थपथपाती रही....इसने कितना झेला होगा ,जब इसके माँ बाप लड़ते होंगे तो ये सहमी, डरी, खामोश सी घर के कोने में पड़ी रहती होगी ,और इसी वजह से इसकी पढ़ाई का ये हाल हुआ |