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shiv pandey

Children Stories Romance Children

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shiv pandey

Children Stories Romance Children

लोंग डिस्टेंस भाग-1

लोंग डिस्टेंस भाग-1

15 mins
231

मध्य प्रदेश का विन्ध्य क्षेत्र रीवा शहर जो अपने प्राकृति के लिए विख्यात भक्ति साधना और अपनी प्राकृतिक नदियों , पहाड़ियों , एवं बेशुमार प्यार , सामाजिक एवं सांस्कृतिक के लिए प्रचलित है. और दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश का बनारस शहर 

बनारस शहर कहने को तो ये महादेव की नगरी है पर यहाँ मोहब्बत जैसे हवाओ में बहती है। हर किसी का दिल एकदम खरे सोने सा है। बनारस अपने घाटो के, लिए महादेव की भक्ति के लिए और महा आरती के लिए प्रसिद्ध है। मेरी नई और पहली कहानी भी यही से शुरू होगी

रीवा शहर , फरवरी माह , सुबह का वक्त , चिड़ियों कि चहचाहट के साथ खिलखिलाती धूप निकली हुई है और सभी लोग व्यायाम के लिए सड़कों पर टहलते हुए 

और शिव भी अपने दोस्तों के साथ व्यायाम कर अपने घर आता है और अपनी माँ से 

" माँ पानी दीजिए " 

माँ " ये लो " शिव अपनी माँ से " माँ मेला लगा हुआ है और आज स्कूल नहीं जाऊँगा दीदी लोगों के साथ मैं भी मेला घूमने जाऊँगा " माँ " ठीक है लेकिन बस आज और कल से स्कूल " 

शिव " हाँ हाँ ठीक है " 

दोपहर का समय शिव मोबाइल मे फेसबुक चला रहा और फेसबुक पर एक अंजान लड़की का मेसेज आया " हाय " 

शिव " हाँ आप कौन ? " 

अंजान लड़की " मैं अमायरा कैसे हो आप " 

शिव " मैं तो ठीक हूँ पर आपको मैं नहीं जानता " 

अंजान लड़की " हाँ पता है मुझे आप मुझे नहीं जानते हैं लेकिन मेरी फ्रेंड ने मुझे बताया कि आप बहुत अच्छें हैं आप " 

शिव " कौन फ्रेंड मुझे नहीं पता आप कौन हो खैर छोड़ो क्या करती हो आप ? " 

अंजान लड़की " मैं तो पढ़ाई करती हूँ 

और आप ? " 

शिव " मैं भी " 

अंजान लड़की आप कहाँ से हैं ? " 

शिव " मैं तो मध्य प्रदेश रीवा से हूँ " 

अंजान लड़की " मैं तो उत्तर प्रदेश बनारस से हूँ " 

शिव " कौन सी क्लास में पढ़ती हो ? "

अंजान लड़की " मैं 10वी क्लास में पढ़ती हूँ... और आप 

शिव " मैं 12th class में math से " 

अंजान लड़की " ठीक है बाये मैं जाती हूँ मुझे कोचिंग जाना है मुझे देर हो रही है मैं आपसे बात करने के लिए अपनी फ्रेंड के घर आयी थी 

शिव " रुको जी बस 5 मिनट और मोबाइल तो आपका है न ? " 

अंजान लड़की " नहीं जी मोबाइल मेरा नहीं है ठीक है सिर्फ 5 मिनट " 

शिव " फिर कब बात करोगे " 

अंजान लड़की " पता नहीं लेकिन कल अगर टाइम मिला तो जरुर आऊंगी यहीं पर तभी बात हो पाएगी " 

शिव " यार ठीक है कोई बात नहीं मैं आपको नंबर देता हूँ अपना अगर टाइम मिले तो काॅल करना " 

अंजान लड़की " ठीक है लेकिन मैं निश्चित नहीं बता सकती कि काॅल करुँगी ।

ओके जाती हूँ मैं मुझे देर हो रही है " 

शिव " रुको रुको कुछ समय और " 

अंजान लड़की " नहीं मैं जातीं हु नहीं तो मेरे घर में चप्पलों से पूजा की जाएगी मेरी ओके बाये miss you so much " 

शिव " ओके ठीक है लेकिन काॅल करना आप मिस यू अपना ध्यान रखना " 

शिव कि इतनी बात हुई और शिव बहुत ज्यादा उत्सुक होकर कि कल फिर बात होगी तैयार होकर मेला घूमने के लिए अपनी दीदी लोगों के साथ निकल गया  

शिव जैसे ही मेले में पहुँचा उसके मोबाइल पर फेसबुक में एक और अंजान लड़की का मेसेज आया 

अंजान लड़की " हाय बेबी " 

यह देखकर शिव हैरान हो गया उसे लगा कोई लड़का उसे परेशान कर रहा होगा 

शिव " कौन हो भाई? " 

अंजान लड़की " मैं लड़की हूँ पागल " 

शिव " झूठ बोल रहे हो तुम पक्का कोई लड़का हो " 

अंजान लड़की " नहीं मै लड़की हूँ बेबी तुमको यकीन नहीं हो रहा है 

मैं तुमको अपना नंबर देती हूँ तुम काॅल करके देख लो 

शिव " अगर ऐसा है तो दो नंबर लेकिन मुझे अभी भी यकीन नहीं हो रहा है " 

अंजान लड़की " ओके ठीक है लो मेरा नंबर " 

शिव ने अंजान लड़की के दिये हुए नंबर पर काॅल करता है 

अंजान लड़की " हाँ बोलिए अब हुआ यकीन पागल " 

शिव " तो कैसे यकीन करूँ ये हाय बेबी ऐसा कौन मेसेज करता है " 

अंजान लड़की " क्यों नहीं अच्छा लगा लेकिन मुझे तो पसंद है सिर्फ आपको ही बोली " 

शिव " सिस्टर मैं किसी का बेबी नहीं हूँ फालतू में मुझे परेशान मत करो और मेसेज क्यों कि हो? "

अंजान लड़की " बस ऐसे ही अच्छे लगते हो मुझे आपका नाम शिव है आपके बारे में सब पता है मुझे " 

शिव " कौन हो सिस्टर तुम और मेरे बारे में सब कैसे पता है तुम्हें " 

अंजान लड़की " अभी आपने कुछ समय पहले मेरी फ्रेंड से बात की वो मेरी फ्रेंड थी " 

शिव " अच्छा मतलब तुम अपनी ही फ्रेंड के साथ धोखा वाह जी वाह " 

अंजान लड़की " ऐसा कुछ नहीं है और हाँ वो अब आपसे कभी बात नहीं करेगी "

शिव " क्यों "

अंजान लड़की " क्योंकि उसके पास मोबाइल नहीं है और वो किसी और से बात करती थी अब मुझे सिस्टर मत बोलना " 

शिव को यकीन नहीं हो रहा था और न ही उस पहली अंजान लड़की अमायरा के उपर 

और यहीं पर शिव बात करना बंद कर देता है और अपनी दीदी लोगों के पास जाकर मेला घूमने लगा 

शिव घर आता है शाम का समय और शिव मोबाइल मे देखता है कि उस अंजान लड़की का मेसेज आया तो नहीं और उस अंजान लड़की ने मेसेज किया था 

अंजान लड़की " अगर बात करना हो तो मेसेज करके बता देना " 

शिव अमायरा कि बातों को छोड़ देता है यह सोचकर कि सायद अब उसका मेसेज न आए 

शिव अंजान लड़की को मेसेज करता है 

शिव " हाँ ठीक है मैं बात करूँगा तुमसे लेकिन सिस्टर ही बोलूंगा " 

अंजान लड़की " प्लीज नहीं आप मुझे बेबी , मेरे नाम से या जान कुछ भी कहिए मगर सिस्टर मत कहो आप मुझे प्लीज " 

शिव " मैं तो सिस्टर ही बोलूंगा तुम्हें जो समझना है समझो पहले अपना नाम तो बता दो? " 

अंजान लड़की " मेरा नाम पायल सिंह " 

शिव हँसते हुए " अच्छा पैर में पहनने वाली पायल " 

पायल " नहीं पागल क्या मजाक करते हो " 

शिव " अच्छा ठीक है लेकिन ये तो बताओ कि हो कहाँ से? " 

पायल " बनारस से हूँ हमारा और जिससे बात किए हो उसका घर पास में ही है हम दोनों पहले एक हि स्कूल में पढ़ाई करते थे लेकिन अब नहीं करते वो दूसरे स्कूल में पढ़ाई करती है इंग्लिश मीडियम में और मैं हिन्दी मीडियम में " 

शिव " अच्छा ठीक है छोड़ो ए सब तुम्हारे घर में कौन कौन रहता है? " 

पायल " मैं मेरी मम्मी मेरा छोटा भाई मेरे " 

शिव " और पापा कहाँ गए? " 

पायल " मेरे पापा नहीं हैं। " 

शिव " sorry मुझे पता नहीं था । " 

पायल " कोई बात नहीं और आपके परिवार में कौन कौन रहता है? " 

शिव " मैं , पापा - मम्मा , दीदी , । 

ठीक है बाद में बात करते हैं " 

पायल " ठीक है बेबी miss you take care "

शिव गुस्से से " ओए पागल हो क्या मैंने मना किया है न बेबी मत बोलो मुझे "

पायल " ठीक है बेबी नहीं बोलूंगी " 

शिव " फिर से " 

पायल " ओके ठीक है by " 

शिव और पायल की बात यही पर समाप्त होती हुई 

अगले दिन शिव और पायल के बीच दिनचर्या के बारे में बात किए और अपनी अपनी बातें एक - दूसरे से बताए 

 इसी तरह शिव और पायल की बात बढ़ने लगी कुछ दिन बाद दोपहर का समय समाप्त होने को 

धीरे-धीरे सूरज ढलता हुआ शाम होने लगी शिव पायल से बातें कर रहा था और अचानक अंजान नंबर से शिव को काॅल आया शिव पायल से " रुको किसी का काॅल आ रहा है " 

शिव ने काॅल उठाकर बोला " हैलो " 

अंजान लड़की " हैलो " 

शिव " हाँ कौन " 

अंजान लड़की " मैं अमायरा पहचाना नहीं आपने " 

शिव को ऐसा झटका लगा जैसे करेंट लगा हो " हाँ बोलिए क्या सचमुच अमायरा हो जो फेसबुक पर बात कि थी " 

अमायरा " जी हाँ वैसे किससे बातें कर रहे थे आप " 

शिव पायल का काॅल कट कर देता है और अमायरा से झूठ बोलता है कि " बस ऐसे ही फ्रेंड का फोन आया था तो उसी से बात कर रहा था " 

अमायरा " सचमुच आपकी आवाज़ हाए sorry but बहुत cute है " 

शिव " क्या मजाक है मुझे तो नहीं लगता कि मेरी आवाज अच्छी है " 

अमायरा " सचमुच, मैं मजाक नहीं कर रहीं हूँ बहुत अच्छी है " 

शिव " अच्छा जी सुनिए मुझे कोचिंग जाना है आप काॅल चालू रखिये मैं बस एक मिनट में आया तैयार होकर प्लीज " 

अमायरा " ओके " 

शिव अमायरा के काॅल आने से बहुत ही ज्यादा खुशी हुआ और बात करने के चक्कर में वो जूते पहनने ही भूल गया 

शिव " हाँ बोलिए " 

अमायरा " हाँ आप तो एक मिनट में तैयार होकर आ गयें " 

शिव " sorry वो मैं जूते पहनना ही भूल गया बस एक मिनट में आया प्लीज " 

शिव एक मिनट बाद " हाँ अब बोलिए " 

रुकिए घड़ी पहनना भी भूल गया बस एक मिनट में please I'm really sorry 

हाँ बोलिए अब " 

अमायरा " पहले आप आराम से देख लो और कुछ तो नहीं भूल गयें आप " 

शिव " नहीं अब सब ठीक है वो मुझे लगा नहीं करोगे अब आप काॅल " 

अमायरा " क्यों नहीं करती मैंने आपसे हाँ बोला था न " 

इतने में अमायरा का काॅल कट जाता है शिव उदास हो जाता है उस नंबर पर काॅल करता है 

अमायरा " sorry मैंने सर के नंबर से काॅल किया था आपसे बाये करके सर का बेलेंस खत्म कर दी मैं कोचिंग में हूँ " 

शिव " कोई बात नहीं अब कब बात करोगे " 

अमायरा " कोशिश करूंगी भाई के फोन से रात में बात करूंगी " 

शिव " ठीक है लेकिन करना जरूर "

अमायरा " ठीक है कोशिश करूंगी लेकिन आप अपना ध्यान रखना प्लीज " 

काॅल कट हो जाता है और शिव कोचिंग में जाता है 

कोचिंग में शिव अमायरा के बारे में सोचता है 

वह पायल कि बात को अमायरा को नहीं बताना चाहता है 

क्रमशः

शिव रात में अपने बिस्तर में जाता है और मोबाइल मे फेसबुक चलाने लगता है तभी पायल का मेसेज आता है 

शिव सिया कि बात पायल को नहीं बताता और वह पहले कि तरह पायल से बातें करता है कि उसे कोई शक न हो 

पायल " क्या कर रहे हो जी " 

शिव " कुछ नहीं बस लेटा हूँ तुम बताओ " 

पायल " हम क्या बताएँ ,  

मुझसे बात करना अच्छा लगता है या नहीं " 

शिव " अच्छा लगता है " 

शिव सिया के बारे में सोचता है और दूसरी तरफ पायल शिव को प्रपोज कर देती है 

पायल " सुनिए एक बात बोलू " 

शिव " हाँ बोलो " 

पायल " I Love You " 

शिव खामोश हो जाता है और पायल की बात का जबाब नहीं देता है 

पायल फिर शिव को I Love You बोलती है और शिव उसका जबाब नहीं देता है 

पायल " मैं तुम्हें पसंद नहीं हूँ " 

शिव " ऐसी बात नहीं है " 

पायल " तो जबाब दो मेरी बातों का 

मैं तुम्हें अच्छी नहीं लगती हूँ " 

शिव " अच्छी लगती हो लेकिन मैं फ्रेंड बनके बात करूँगा तुमसे " 

पायल " मतलब मैं तुम्हें पसंद नहीं हूँ " 

शिव " ऐसी बात नहीं है " 

पायल " तो कैसी बात है पसंद हूँ तो जबाब दो " 

शिव " फ्रेंड बनके बात करूँगा बस ओके ठीक है कल बात करेंगे " 

शिव को सिया कि बातों पर आकर्षित हो रहा था 

शिव सोचता है न सिया कि बात पायल को और न पायल की बात सिया को बताएगा 

पायल शिव को अपना बनाने के लिए सोचती है और दूसरी तरफ सिया भी शिव को अपना बनाने के लिए सोचती है 

दोनों ही शिव को पसंद करने लगती हैं 

लेकिन सिया शिव को कुछ ज्यादा ही पसंद करने लगती हैं सिया को शिव की आवाज बहुत पसंद आती है 

वह अपनी भाभी से शिव के बारे में बाते करती है सिया कि भाभी को भी शिव की आवाज़ बहोत पसंद आई सिया भाभी से शिव की फोटो मागने के लिए कहती है 

अगले दिन शिव और पायल की बात हुई 

शाम के वक्त सिया शिव को काॅल करती है 

सिया " सुनिए एक बात बोलू " 

शिव " हाँ " 

सिया " आप अपनी फोटो भेजिए न " 

शिव " हाँ लेकिन तुम भी अगर भेजोगे तो " 

शिव अपनी माँ का मोबाइल लेता है और उसका नंबर सिया को देता है 

सिया " ठीक है मैं भाभी से बोलती हूँ उन्हीं का मोबाइल है ये " 

शिव अपनी फोटो वाट्सएप पर भेजता है 

सिया और उसकी भाभी शिव की फोटो देखकर बहुत खुश होतीं हैं 

शिव " अपनी फोटो भेजिए " 

सिया ने अपनी फोटो भेजी शिव भी फोटो देखकर बहुत खुश हुआ 

दोनों एक दूसरे को बहोत पसंद आए 

शिव और फोटो भेजने के लिए कहता है 

सिया कुछ और फोटो भेजती है अपनी 

सिया कि भाभी शिव से बात करती है 

भाभी " कैसे है शिव जी आपकी आवाज के साथ आप भी बहुत खूबसूरत हो " 

शिव " भाभी जी ऐसी कोई बात नहीं है आप और सिया भी तो बहुत खूबसूरत हैं " 

भाभी " ये आप लोगों का फेसबुक वाला प्यार इतना आगे बढ़ गया "

शिव " हाँ मुझे भी यकीन नहीं हो रहा " 

भाभी " मेंरे प्यारी सिया के शिव जी अच्छी जोड़ी है आप दोनों कि " 

शिव " नहीं भाभी जी हमारी कास्ट तो अलग है " 

भाभी " तो क्या हुआ शादी हुई तो ठीक है वरना छोड़ देना " 

शिव " नहीं भाभी जी प्यार न भूलाया जा सकता है और न ही छोड़ा जा सकता है नहीं होगी शादी तो क्या हुआ प्यार तो रहेगा ही 

भाभी " वाह जी वाह बातें तो बहुत सही बोलते हो शिव जी अच्छी बात है बिल्कुल सही लीजिए शिव जी सिया से बात करो वो आपसे बात करने के लिए मरी जा रहीं हैं " 

शिव " जी " 

शिव सिया से बातें करता है कुछ समय बाद सिया काॅल कट कर देती है 

शिव सिया कि फोटो देखता रहता है पूरी रात उसे नींद नहीं आती वो बहोत खुशी था 

अगले दिन सुबह शिव जगता है तभी उसके फोन पर पायल का काॅल आ जाता है शिव पायल का काॅल उठाकर बाद में बात करने को बोलता है 

उसी समय शिव कि मम्मी आ जाती हैं और शिव से पूछतीं हैं कि किसका काॅल था 

शिव अपने फ्रेंड का फोन आया था बता कर फ्रेस होने जाता है 

कुछ समय बाद शिव पायल को मेसेज करता है 

" मैं स्कूल जा रहा हूँ 4 बजे आऊँगा तो काॅल करना " 

इतना कहकर शिव तैयार होकर स्कूल चला जाता है 

शिव स्कूल से आते ही अपना फोन चेक करता है किसी का काॅल मेसेज नहीं आया देखकर शिव कुछ समय बाद पढ़ाई करने के लिए बैठ जाता है 

शाम के सात बजते ही पायल का काॅल आता है और शिव अपनी पढ़ाई बन्द कर पायल से बातें करने लगता है 

शिव पायल से बातें कर ही रहा होता है कि सिया काॅल काॅल आता है और शिव पायल से दीदी का काॅल आ रहा है बोलकर सिया का काॅल उठाता है

सिया " किससे बातें कर रहे थे आप? " 

शिव " बस ऐसे ही फ्रेंड का फोन आया था " 

सिया " कल भी फ्रेंड का फोन आया था और आज भी " 

शिव " हाँ " 

सिया " ठीक है और बताइए आप आपकी पढ़ाई कैसी चल रही है " 

शिव " क्या बताऊँ चलते - चलते बहोत दूर चली गयी है " 

सिया हँसते हुए " ए क्या बोल रहे हैं आप '' पागल '' 

पता है आपको " 

शिव " नहीं " 

सिया " अरे पागल बता रहीं हूँ सुनिए आज कोचिंग में भैया को काॅल करना था तो सर से मोबाइल माँगी तो सर बोले कि आज तो बेलेंस खत्म नहीं कर दोगी मैं बोली नहीं सर उस दिन गलती से खत्म हो गया था " 

शिव " अच्छी बात है "  

अब सिया शिव को अपने बारे मे कुछ जरूरी बातें बताना चाहती थी..? 

सिया " मैं आपसे कुछ बताना चाहती हूँ " 

शिव " हाँ बोलो क्या बात है? "

सिया " मेरा पहले एक Boyfriend था " 

शिव " तो क्या हुआ कुछ बात है क्या अगर तुम्हें कुछ काम हो तोबता सकते हो " 

सिया " नहीं काम कुछ नहीं है मैं आपको सब सच बताना चाहती हूँ " 

शिव " हाँ बोलो " 

सिया " अब हमारी बात नहीं होती ओ मुझे धोखा दिया मैं उससे प्यार करती थी और वो नहीं सब मुझे बोलते थे कि वो अच्छा लड़का नहीं है फिर मैं उससे प्यार करती थी और वो मेरे साथ ऐसा किया " 

शिव " ये तो गलत बात है फिर क्या हुआ " 

सिया " मैं उससे जबसे मिली थी उस दिन से हर एक date मे सर्कल बना देती थी कि कब क्या हुआ किस दिन हमारी बाते सुरु हुई प्रपोज किया हर एक दिन और एक दिन वो मुझे स्कूल में अकेले क्लास में मिलने को बुलाया और मै गयी तो हम दोनों बातें किए 

फिर मुझसे वो Kiss माँगा और मैंने मना कर दिया तो मुझसे गुस्सा हो गया " 

शिव " अच्छा तो मनाने का तरीका बताऊँ मैं " 

सिया " नहीं " 

शिव " तो फिर " 

सिया " उस दिन से वो मुझसे बात करना बंद कर दिया मैंने उसे कितना काॅल कि वो मेरा काॅल नहीं उठाया और मेरा नंबर Block कर दिया एक महीने बाद उसने मुझसे बात कि और फिर जब हम दोनों मिलें तो कुछ दिन बाद उसने मुझसे Kiss करने को बोला मैं उसे खोना नहीं चाहती थी इसलिए मैंने हाँ बोल दिया " 

शिव " तो मान, गया वाह क्या Boyfriend है ! " 

 सिया " हाँ हम दोनों स्कूल में थे उसने मुझे क्लास में बुलाया जहाँ कोई नहीं था और Kiss करने लगा Kiss करते हुए वो और भी आगे बढ़ रहा था लेकिन मैंने उसे धक्का देकर बहोत कुछ बोली और वो मुझे बोला कि " तुमसे अच्छी लड़की मिल जाएगी मुझे मैं तो तुमसे सिर्फ टाइम पास करता था " 

उसी दिन से मैं उसे छोड़ दि 

और कुछ ही महीनों के बाद मेरी बेस्ट फ्रेंड मुझसे आपके बारे में बताई कि आप बहोत अच्छे हो मैं आपसे बातें करुँ 

शिव " बहोत बुरा हुआ आपके साथ यही तो बेबकूफी है ऑख बन्द करके किसी पे विश्वास नहीं करना चाहिए " 

सिया " हाँ ए बात तो सच है मैं आपसे बात नहीं करने वाली थी आप मेरी फ्रेंड से फेसबुक पर बात करते थे वो ही मुझे बार बार आपकी तारीफ कर कि आप बहोत अच्छे हो मै आपसे बात करुँ बोलती रहती थी तो इसलिए मैं आपसे बात कि और अब पता नहीं क्यों आपसे बात करके बहोत अच्छा लगता है 

शिव " अच्छा जी लेकिन ऐसा क्यों " 

सिया " पता नहीं लेकिन बहोत अच्छा लगता है और आपकी आवाज़ हाए बहोत ही अच्छी लगती हो मुझे बहोत ज्यादा सचमुच बहोत अच्छी लगती है " 

शिव " बस बस इतनी भी अच्छी नहीं है

 मेरे से ज्यादा तो तुम्हारी आवाज़ बहोत ही सुन्दर है हाँ नई तो 

सिया " लेकिन आपकी बहोत प्यारी आवाज़ है खैर छोड़िए मेरी भाभी मोबाइल माँग रहीं हैं अपना मैं जाती हूँ जी " 

शिव " इतना जल्दी " 

सिया " कबसे बात कर रही हूँ ओ यही हैं 

और हाँ उन्हें सब पता है मैं भाभी से सभी अपनी बातें Share करती हूँ ठीक है जातीं हूँ " 

शिव " ठीक है जाइए " 

क्रमशः 


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