ग़ज़ल
ग़ज़ल
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समझदारी का मर्तबा बुलंद कीजिए।
बेवकूफों में खुद को अक़लमंद कीजिए।
सफाई हो रही है, ये दिखाने के लिए
पूरे शहर में सबसे पहले गंद कीजिए।
वो दूसरे ग्रह का समझ लेगी तुम्हें
उससे उर्दू में बातें ज़रा चंद कीजिए।
यहां हुनर हमेशा पैसे से हार जाता है
काम सारे यहां पे लंद-फंद कीजिये।
सभी समस्यायों का समाधान यही है
अहले-हिन्दुस्तान में सब बंद कीजिए।