नज़ाकत
नज़ाकत
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नज़ाकत देखकर
हम मर मिटे हैं
तुम पर
करते है जान
निसार तुम पर...
काम नहीं हैं
तुम्हारे सिवा
और कोई...
लग गयी है
लत तुम्हारी
हो गयी है
जैसे कोई
मुझे बीमारी