सघन चराचर निळी ओढ ती श्यामल मूर्ती बाहु घन सचैल साजण भेटला मृदगंध मध्यरात्री कविता पवन गगन मराठी एकरूप गोकुळ नगरी नेत्र मंत्रमुग्ध मराठी कविता कापूर

Marathi श्यामल Poems