माँ-बाप के चेहरे में वो ही ख़ुदा रहते हैं। ज़नाब ज़रा-सी सेवा करके तो देखो सुकून भी यही है और सुख भी ... माँ-बाप के चेहरे में वो ही ख़ुदा रहते हैं। ज़नाब ज़रा-सी सेवा करके तो देखो सुकून ...
मयुरी को लिखा आखिरी खत, उसकी और अपनी प्रेम की आखिरी निशानी मानकर। मयुरी को लिखा आखिरी खत, उसकी और अपनी प्रेम की आखिरी निशानी मानकर।
दीपिका की लोकप्रियता और स्वीकार्य में कई तथ्य स्वाभाविक रूप से जुड़ गए। दीपिका की लोकप्रियता और स्वीकार्य में कई तथ्य स्वाभाविक रूप से जुड़ गए।
"सब कार्य स्वभाव के अनुसार होते हैं"! "सब कार्य स्वभाव के अनुसार होते हैं"!