कब उन अतीत के सुनहरे लम्हों की यादों में खोए हुए उन्हें नींद आ गयी पता ही न चला। कब उन अतीत के सुनहरे लम्हों की यादों में खोए हुए उन्हें नींद आ गयी पता ही न चला।
यह सुनकर तो वह बहुत खुश हुआ। अब वे राज महल में खुशी-खुशी रहने लगे। यह सुनकर तो वह बहुत खुश हुआ। अब वे राज महल में खुशी-खुशी रहने लगे।
सुनहरा बचपन और सुंदर बचपन हर कोई जीता है । सुनहरा बचपन और सुंदर बचपन हर कोई जीता है ।