दूसरे दिन उसे किस्तेनेव्को ले जाया गया, जो अब उसका नहीं था। अनुवादक- चारुमति दूसरे दिन उसे किस्तेनेव्को ले जाया गया, जो अब उसका नहीं था। अनुवादक- चारुमति
लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
यह सिद्ध हो गया कि ईश्वर कहीं न कहीं विद्यमान है। यह सिद्ध हो गया कि ईश्वर कहीं न कहीं विद्यमान है।
कालेज में गयी तो थोड़ी समझ आनी शुरु हुयी कालेज में गयी तो थोड़ी समझ आनी शुरु हुयी