"अम्मा, अब से बापू तुझे जब भी मारे, तो सोचना चोट मुझे लग रही है" । "अम्मा, अब से बापू तुझे जब भी मारे, तो सोचना चोट मुझे लग रही है" ।
अरे ताई जी आपको पता है ना कि वो अपने आप को किसी सल्तनत की राजकुमारी समझती हैं अरे ताई जी आपको पता है ना कि वो अपने आप को किसी सल्तनत की राजकुमारी समझती हैं
सब इसी नाम से तो जानते थे उन्हें इस मलिन बस्ती में। सब इसी नाम से तो जानते थे उन्हें इस मलिन बस्ती में।