रुक्मणि माँ के साथ सही वक़्त पर हॉल में दाखिल हुई रुक्मणि माँ के साथ सही वक़्त पर हॉल में दाखिल हुई
कभी बीमार न पड़ने वाली नीमा ने खटिया पकड़ी कभी बीमार न पड़ने वाली नीमा ने खटिया पकड़ी
जब तक नीरा के माँ-बाप जिन्दा रहें, नीरा का पेट भरता रहा। माँ-बाप के मृत्यु के बाद उसे उसी शहर के मन्... जब तक नीरा के माँ-बाप जिन्दा रहें, नीरा का पेट भरता रहा। माँ-बाप के मृत्यु के बा...
क्योंकि उसका भाई निकम्मा होते हुए भी उस दिन वह दोनों का जान बचाया। क्योंकि उसका भाई निकम्मा होते हुए भी उस दिन वह दोनों का जान बचाया।