"भईया हमारी सुमैया कितनी पढ़ी लिखी और हुनर वाली है।रंग कितना सफेद है।संस्कार इतने अच्छे "भईया हमारी सुमैया कितनी पढ़ी लिखी और हुनर वाली है।रंग कितना सफेद है।संस्कार इतने...
लेखक ; राजगुरू दत्तात्रेय आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास। लेखक ; राजगुरू दत्तात्रेय आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास।
"ये लंबा होने के लिए इन हाई हील्स की जरूरत नहीं है, जैसी हो वैसी रहो। "ये लंबा होने के लिए इन हाई हील्स की जरूरत नहीं है, जैसी हो वैसी रहो।