कभी -कभी बच्चों को भी सही ग़लत की पहचान होती है ।हमें पुरानी मानसिकता से बाहर निकल समाज कभी -कभी बच्चों को भी सही ग़लत की पहचान होती है ।हमें पुरानी मानसिकता से बाहर नि...
आज ये जीवन हमें किस मोड़ पर ले आया है, जहाँ से उम्मीद की कोई किरण नजर ना आती. आज ये जीवन हमें किस मोड़ पर ले आया है, जहाँ से उम्मीद की कोई किरण नजर ना आती...
लड़के का माथा सहलाया और वह पंचायत भवन की ओर आगे बढ़ गई। लड़के का माथा सहलाया और वह पंचायत भवन की ओर आगे बढ़ गई।
वहाँ टब में मरणासन्न अवस्था में एक चुहिया तैर रही थी। वहाँ टब में मरणासन्न अवस्था में एक चुहिया तैर रही थी।
वक्त बीतता गया और दोनों अब ग्यारवीं कक्षा में पहुंच चुके थे। वक्त बीतता गया और दोनों अब ग्यारवीं कक्षा में पहुंच चुके थे।