आज बारिश से सामने पेड़ों की पत्तियां धुल गयी थीं मानो अभी अभी नहा के उतरी हों। आज बारिश से सामने पेड़ों की पत्तियां धुल गयी थीं मानो अभी अभी नहा के उतरी हों।
मगर हमज़ुबां नहीं होता। अब साँसें बहुत बाकी हैं, मगर गाने का मन नहीं होता। मगर हमज़ुबां नहीं होता। अब साँसें बहुत बाकी हैं, मगर गाने का मन नहीं होता।
आज सावन की रिमझिम बरसात ने उसके मन को सुकून और खुशियों से भर दिया था। आज सावन की रिमझिम बरसात ने उसके मन को सुकून और खुशियों से भर दिया था।