लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
मैं ट्रक पर पानी और भोजन भी रखता और जो जरूरतमंद मिलते, उन्हें यथासंभव देता। मैं ट्रक पर पानी और भोजन भी रखता और जो जरूरतमंद मिलते, उन्हें यथासंभव देता।