बाकी सब तो यहाँ बद से बद्त्तर ही हो रहा है। बाकी सब तो यहाँ बद से बद्त्तर ही हो रहा है।
अपने घर, अपने जन्मस्थान, अपने परिवार, अपने शहर से सबको लगाव रहता है... है ना...? अपने घर, अपने जन्मस्थान, अपने परिवार, अपने शहर से सबको लगाव रहता है... है ना...?