भूखों का पेट अगर भर सकें तो इससे बड़ा पुण्य का काम क्या हो सकता है भूखों का पेट अगर भर सकें तो इससे बड़ा पुण्य का काम क्या हो सकता है
बच्चे भी चौबीस घंटे नज़रों के सामने रहें और बच्चों के बाप भी कंट्रोल में। बच्चे भी चौबीस घंटे नज़रों के सामने रहें और बच्चों के बाप भी कंट्रोल में।