''सुखिया हमको माफ़ कर दे इस बार भी तेरे पाँव बिना पाजेब के ही रहेंगे !'' चोखे ने नज़र चुराते हुए अपनी ... ''सुखिया हमको माफ़ कर दे इस बार भी तेरे पाँव बिना पाजेब के ही रहेंगे !'' चोखे ने ...
घर का नौकर आंगन के कोने में लगी सूखी बेल को काट कर उसकी जगह नई बेल रोप रहा था। घर का नौकर आंगन के कोने में लगी सूखी बेल को काट कर उसकी जगह नई बेल रोप रहा था।
लेखक: येव्गेनी चारुशिन अनुवाद: आ. चारुमति रामदास। लेखक: येव्गेनी चारुशिन अनुवाद: आ. चारुमति रामदास।
कहानी का स्रोत: श्री कृष्ण द्वैपायन बेदवास द्वारा लिखित 'कृष्ण पुराण'। कहानी का स्रोत: श्री कृष्ण द्वैपायन बेदवास द्वारा लिखित 'कृष्ण पुराण'।
थोड़ी देर बाद मीना ने अपनी आंखें खोल दी थोड़ी देर बाद मीना ने अपनी आंखें खोल दी