चरण छूते हुए उसके मुँह से निकला ,"माँ---" चरण छूते हुए उसके मुँह से निकला ,"माँ---"
आँसू अपने सीने पे लेके इस बेनाम रिश्ते की खुशबू लिए मैं कमरे से बाहर आ गया.........। आँसू अपने सीने पे लेके इस बेनाम रिश्ते की खुशबू लिए मैं कमरे से बाहर आ गया.........
कुछ रिश्तें सवाल बन के रह जाते हैं। .... कुछ रिश्तें सवाल बन के रह जाते हैं। ....
आज मैं अपनी डायरी का एक और पन्ना तुम्हारे नाम करती हूँ । आज मैं अपनी डायरी का एक और पन्ना तुम्हारे नाम करती हूँ ।