होठो पर ही ठहरे रहते हैं होठो पर ही ठहरे रहते हैं
रेल की पटरियों की तरह है जो समानांतर पर एक दूसरे से डिस्टेंस बना कर रहती है । रेल की पटरियों की तरह है जो समानांतर पर एक दूसरे से डिस्टेंस बना कर रहती है ।