अमन की पलकें नम थीं और अब वही नमी आहिस्ता से निकिता की आँखों में सरक आई! अमन की पलकें नम थीं और अब वही नमी आहिस्ता से निकिता की आँखों में सरक आई!
आखिर उनकी पच्चीस साल पुरानी दोस्ती जो थी , जो उन्हें बांधें राखी थी आखिर उनकी पच्चीस साल पुरानी दोस्ती जो थी , जो उन्हें बांधें राखी थी