एक मौखिक घाव एक भौतिक के रूप में बुरा है एक मौखिक घाव एक भौतिक के रूप में बुरा है
मैं जोरों से हँसने लगा....अंधेरे को चीरते हुए हमारी मोटरसाइकिल आगे बढ़ रही थी मैं जोरों से हँसने लगा....अंधेरे को चीरते हुए हमारी मोटरसाइकिल आगे बढ़ रही थी
लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास