जोड़ती है ! अब तो करें हर क्षेत्र में नारी-सम्मान। जोड़ती है ! अब तो करें हर क्षेत्र में नारी-सम्मान।
नहीं, अब और नहीं ! और उसकी मुठ्ठी एक दृढ़ निश्चय के साथ बंध गयी। नहीं, अब और नहीं ! और उसकी मुठ्ठी एक दृढ़ निश्चय के साथ बंध गयी।
यह कहानी मॉं की जवाबदारीओं का वर्णन करती है। यह कहानी मॉं की जवाबदारीओं का वर्णन करती है।