"हूँ"..उसके गले से बस यही आवाज़ निकली ...उसके हाथ काँप रहे थे.. "हूँ"..उसके गले से बस यही आवाज़ निकली ...उसके हाथ काँप रहे थे..
आँखों से फिर आँसू बहने लगे। मोटे-मोटे, बड़े-बडे़ लेकिन, पश्चाताप के आँसू। आँखों से फिर आँसू बहने लगे। मोटे-मोटे, बड़े-बडे़ लेकिन, पश्चाताप के आँसू।
मुझे और बेटी को मासिक धर्म के समय क्यों छुआछूत करवाती हो? मुझे और बेटी को मासिक धर्म के समय क्यों छुआछूत करवाती हो?