अब उनके लिए किसी काम के नहीं थे। उसने अपने सारे दांत खो दिए थे। अब उनके लिए किसी काम के नहीं थे। उसने अपने सारे दांत खो दिए थे।
लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास समुद्री-डाकू लेखक : ह्यू लॉफ्टिंग स्वैर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास समुद्री-डाकू
आज उसे लग रहा था कि इस भिखारी को तो भीख मिल जाती हो उसे चाहकर भी नहीं मिली ! वो भिखारी ख़ुश था और वो ... आज उसे लग रहा था कि इस भिखारी को तो भीख मिल जाती हो उसे चाहकर भी नहीं मिली ! वो ...
अब तो बिन फेरे हम तेरे जानम, दुनिया से होके बेखबर। अब तो बिन फेरे हम तेरे जानम, दुनिया से होके बेखबर।
उसने यह सीखाया कि काम करने वालों पर अधिक भरोसा करना ठीक नहीं। उसने यह सीखाया कि काम करने वालों पर अधिक भरोसा करना ठीक नहीं।
बाबूजी का जोर जोर ग्रन्थ पढ़ना सुधा को सुहाता नहीं था, वो सारा दिन भुनभुनाती रहती और कान भर्ती रहती, ... बाबूजी का जोर जोर ग्रन्थ पढ़ना सुधा को सुहाता नहीं था, वो सारा दिन भुनभुनाती रहती...