आयशा के चेहरे से ही लग रहा था की वह ओम की गोल गोल बाते सुनकर थक गई थी आयशा के चेहरे से ही लग रहा था की वह ओम की गोल गोल बाते सुनकर थक गई थी
वही डरी-सहमी औरत जो उड़ना चाहती है मुक्त हो कर वही डरी-सहमी औरत जो उड़ना चाहती है मुक्त हो कर