मेरी माँ मेरी माँ
कभी नए साल का जो हंगामा है वो तो फकत तारीख बदलती है. कभी नए साल का जो हंगामा है वो तो फकत तारीख बदलती है.
वक्त जानता पहचानता के कदमो के निशान खुद के तमाम। वक्त जानता पहचानता के कदमो के निशान खुद के तमाम।