आज मैं अपनी माँ के हर अनछुए, अनदेखे पहलुओं से वाकिफ़ हो रही थी आज मैं अपनी माँ के हर अनछुए, अनदेखे पहलुओं से वाकिफ़ हो रही थी
अपने दोनों पैरों को मां के मोटे पेट पर रख कर गहरी नींद में सो जाता था। अपने दोनों पैरों को मां के मोटे पेट पर रख कर गहरी नींद में सो जाता था।