उसके मन का झंझावात बाहरी झंझावात से तीव्र हो चला था। उसके मन का झंझावात बाहरी झंझावात से तीव्र हो चला था।
वो लम्बी चिकोटी नाक, लाल गाल, मद्धिम गुलाबी होठ और पतली सी चोटी में गुथे बाल! वो लम्बी चिकोटी नाक, लाल गाल, मद्धिम गुलाबी होठ और पतली सी चोटी में गुथे बाल!
जब प्रगति का मार्ग प्रशस्त हो तो नगर बदल जाते है, आवास बदल जाते है जब प्रगति का मार्ग प्रशस्त हो तो नगर बदल जाते है, आवास बदल जाते है