किंकर्तव्यविमूढ़ अवस्था में वो जनाजा निकल चुका था। जनाजे में पुरानी यादें, अधूरे ख्वाब, नफरत की दीवार... किंकर्तव्यविमूढ़ अवस्था में वो जनाजा निकल चुका था। जनाजे में पुरानी यादें, अधूरे ...
'जिसे अपने कपड़ों , किताबों का ध्यान नहीं होता था वो अब मेरी दवाइयों और चाय का ख़्याल रहने लगा था।' ... 'जिसे अपने कपड़ों , किताबों का ध्यान नहीं होता था वो अब मेरी दवाइयों और चाय का ख...