उसने देखा कि वह कक्ष भी चाँदी की धवल आभा से शोभायमान था। उसने देखा कि वह कक्ष भी चाँदी की धवल आभा से शोभायमान था।
बाहर वो चारों ही हताश निराश हो रहे थे, लोगों ने तो वापिस जाना भी शुरू कर दिया था बाहर वो चारों ही हताश निराश हो रहे थे, लोगों ने तो वापिस जाना भी शुरू कर दिया था
मैं आपकी मदद क्यों करूं मुझे अंधेरी घाटी में जाकर खतरे में पड़ कर क्या मिलने वाला है, मैं आपकी मदद क्यों करूं मुझे अंधेरी घाटी में जाकर खतरे में पड़ कर क्या मिलने वाल...